Maa

Bharat Mata !

परी हो तुम गुजरात की, रूप तेरा मद्रासी ! सुन्दरता कश्मिर की तुममे, सिक्किम जैसा शर्माती !! : खान-पान पंजाबी जैसा, बंगाली जैसी बोली ! केरल जैसा आंख तुम्हारा, है दिल तो तुम्हारा दिल्ली !! : महाराष्ट्र तुम्हारा फ़ैशन है, तो गोवा नया जमाना ! खुशबू हो तुम कर्नाटक कि, बल तो तेरा हरियाना !! […]