शीतकाल को देखते हुए तीन आधुनिक स्नान-
१- Online Bath
कंप्यूटर पर गंगा के संगम की फोटो निकाल कर उस पर ३ बार माउस क्लिक करें और फेसबुक पर उसे Background Photo के रूप में लगाएं.
२- Mirror Bath
दर्पण में अपनी छवि को देखकर एक-एक कर तीन मग पानी शीशे पर फेंकें और हर बार “ओह्हहा” करें.
३-Virtual Bath
सूरज की ओर पीठ कर अपनी छाया पर लोटे से पानी की धार गिराएँ और जोर-जोर से “हर-हर गंगे” चिल्लाएं.
ठण्ड बढ़ रही है | अब स्नान के निम्न प्रकार को इस्तेमाल किया जा सकता है |
१ – कंकडी स्नान –
इस स्नान में पानी की बुदो को अपने ऊपर छिडकते हुए , मुह धोया जा सकता है |
२ – नल नमस्कार स्नान –
इस में आप नल को नमस्ते कर ले स्नान माना जायेगा |
३ – जल स्मरण स्नान –
यह उच्च कोटि का स्नान है , इसको रजाई के अन्दर रहते हुए पानी से नहाने को याद कर लो नहाया हुआ माना जायेगा|
४ – और अन्तिम स्पर्शानूभूति स्नान –
इस स्नान में नहाये हु व्यक्ति को छूकर ‘ त्वं स्नानम् , मम् स्नानम् ‘ कहने से स्नान माना जायेगा
यकीनन ताजगी महसूस होगी।
कसम से ज्ञान बहुत है पर कभी घमंड नहीँ किया