Shri Durga Ji Ki Aarti
श्री दुर्गा जी की आरती (Shri Durga Ji Ki Aarti) देवी वन्दना या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता | नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: || आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | तुमको निशि दिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी || मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को | उज्ज्वल से दोउ नैना, चन्द्रवदन नीको || कनक समान कलेवर,
Read More